मुहम्मद दिन के सरवर सलाम लेलो हमारा
या कमली वाले पैगम्बर सलाम लेलो हमारा
झिधर देखो उधर मेरे नबी का बोलबाला है
के जिन्के दम कदम से दोनो आलम में उजाला है
सारापा नूर के पैकरो सलाम लेलो हमारा
आता हो हम गरीबो को नबी हसनैन का सदक़ा
भिखारी मांगते हैं आपकी नालैन का सदक़ा
खड़े है आस लेकर सब सलाम लेलो हमारा
शहंशाह दो आलम हो तुम्ही मेराज वाले
हो शफ़ाअत के नबुवत के तुम्ही वो ताज वाले
नबुवत खतम है तुम्पर सलाम लेलो हमारा
बहुत ही दुख उठाएँ ना वो रातो को सोते थे
मेरी उम्मत मेरी उम्मत को बख्श दे या रब कहते थे
रोते थे बड़ा है प्यार उम्मत पर सलाम लेलो हमारा
नबी जी हर मुसलमान। को मदीन पाक बुलवाना
जहां लेटे हुए हो अपना रोज़ा सब को दिखलाना
खड़े हैं सर झुकर सब सलाम लेलो हमारा
बहुत ही दूर है तैयबा नबी में आ नहीं सकता
गरीबी की तहेत में वो रोज़ा पा नहीं सकता
करे है इल्तेजा हम सब सलाम लेलो हमारा
आया हूँ दरबारे ......में गुनाहगार हैं निकम्मा
हूँ ईस वली अल्लाह के सदक़े सलाम लेलो हमारा
Gulame NOORANI ASHRAF