Mustafa E zaat E Yakta Aap Hai With Tazmeen Naat Lyrics

फ़ख़्र-ए-आदम रश्क-ए-'ईसा आप हैं
आप हैं हाँ मेरे आक़ा आप हैं
ख़ालिक़-ए-अकबर का जल्वा आप हैं
मुस्तफ़ा-ए-ज़ात-ए-यकता आप हैं
यक ने जिस को यक बनाया, आप हैं

यूसुफ़-ओ-या'क़ूब और यहया नहीं
नूह-ओ-यूनुस, 'ईसा-ओ-मूसा नहीं
सब हैं आ'ला पर कोई ऐसा नहीं
आप जैसा कोई हो सकता नहीं
अपनी हर ख़ूबी में तन्हा आप हैं

का'बा-ए-सर, क़िब्ला-गाह-ए-'आशिक़ाँ
ये ज़मीन-ओ-आसमाँ, कौन-ओ-मकाँ
ऐ हबीब-ए-किब्रिया फ़ख़्र-ए-ज़माँ !
आप की ख़ातिर बनाए दो जहाँ
अपनी ख़ातिर जो बनाया, आप हैं

बेकस-ओ-मजबूर का सुल्ताँ तुई
हसरत-ओ-चाहत तड़प अरमाँ तुई
चारा-ए-ग़म, दर्द का दरमाँ तुई
जाँ तुई जानाँ क़रार-ए-जाँ तुई
जान-ए-जाँ जान-ए-मसीहा आप हैं

आप मंज़िल, रह-रव-ए-मंज़िल हूँ मैं
फ़ख़्र है कि तालिब-ए-कामिल हूँ मैं
रहम कीजे, आप का बिस्मिल हूँ मैं
आप से ख़ुद आप का साइल हूँ मैं
जान-ए-जाँ ! मेरी तमन्ना आप हैं

कौन रखता है भला इतना ख़याल
जो भी आया हो गया है माला-माल
कीजिए सय्यद वसी को भी निहाल
बर दरत आमद गदा बहर-ए-सुवाल
हो भला अख़्तर का, दाता आप हैं




 



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