या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
जिनपे कुरबान हो नूर की तितलियाँ
जिनसे सैराब रहमत की हो बदलियाँ
पतली - पतली गुले कुद्स की पत्तियाँ
उन लबो की नज़ाकत पे लाखो सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
माँगा कतरा समन्दर अता कर दिया
जाम इश्को मोहब्बत का सबको दिया
हाथ जिस सम्त उठा गनी कर दिया
मौजे बहरे सखावत पे लाखो सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
है बड़े कितने और कितनी छोटी गिज़ा
मुर्ग है ना मुसल्लम न बोटी गिज़ा
कुल जहाँ मिलके और जौं की रोटी गिज़ा
उस शिकम की कनाअत पे लाखो सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
जिनके वालिद अली वालिदा है बतूल
चूमा करते थे जिनको खुदा के रसूल
कितने महके हुए है मदीने के फूल
करबला तेरी किस्मत पे लाखो सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
जिसने दिल उनकी खुश्बू से महका दिया
इश्क का आईना सबको दिखला दिया
डाली दी कल्ब में अजमते मुस्तफा
सय्यदी आलाहजरत पे लाखो सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
जिसने अपने पराये का रखा भरम
जिसका सज्जाद है सबपे यकसां करम
शहरे यारे इरम ताजदारे हरम
नौ बहारे शफाअत पे लाखो सलाम
या नबी तुमपे लाखो सलाम
हम गरीबो का लेलो सलाम
अस्सलाम अस्सलाम असलाम अस्सलाम
सलाम ❤️❤️❤️ मरहूम सज्जाद निज़ामी साहब
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